चार बावले – भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू !

एक शहर में चार दोस्त रहते थे, भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू !

चारों दोस्त कोई ऐसा काम करना चाहते थे, की जिससे रोज़ की आमंदनी अच्छी हो!

इस वास्ते, वो सलाह लेने अपने एक दोस्त बब्बन के पास गये, और कोई बढ़िया कमाई वाला कार्य बताने के लिए कहा!

बब्बन ने उन्हें सलाह दी की आजकल पेट्रोल पम्प खोलना काफी मुनाफे का सौदा है, तो क्यों ना चारों दोस्त, भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू, मिल कर एक पेट्रोल पम्प खोल लेते हैं !

भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू को बब्बन की सलाह काफी पसंद आई, और उन चारों ने मिल कर एक पेट्रोल पम्प खोल लिया!

मगर, किस्स्मत का फूटी होना देखो, मुआ एक भी ग्राहक नहीं आया!

घाटे से पेट्रोल पम्प बंद कर, चारो दोस्त, फिर से बब्बन के पास पहुंचे, और बब्बन को बताया, की बब्बन की दी हुई सलाह उन्हें फली नहीं और उन्होंने घाटे से पेट्रोल पम्प बंद करा, क्योंकि मुआ एक भी ग्राहक नहीं आया!

बब्बन ने अपना सिर खुजाते हुए पूंछा की, ‘ भई एक बात बताओ, की तुमने पेट्रोल पम्प कहाँ खोला था ‘!

भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू, ने जवाब दिया की ‘ हमने पेट्रोल पम्प, शहर के बाज़ार में बनी एक मल्टी-स्टोरी, की पांचवी मंजिल पर खोला था ‘!

बब्बन ने अपना सिर पीटते हुए कहा की ‘ तुम से पांचवी मंजिल पर पेट्रोल पम्प खोलने को कहा किसने था, पांचवी मंजिल पर पेट्रोल पम्प खोलने के बाद यह उम्मीद करते हो की ग्राहक, तुम्हारे पास पेट्रोल भरवाने आता’?

भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू ने बब्बन से कहा की, ‘ अब जो हुआ सो हुआ, बीते पर मिट्टी डालो, और कोई नया दूसरा चाऊ काम बताओ ‘!

बब्बन ने फिर बहुत सोचने के बाद कहा की ‘ ऐसा करो, की तुम एक कार खरीद लो और उसे टैक्सी पर चलाओ ‘!

भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू ने बब्बन की सलाह मान कर एक नयी कार खरीद ली, और उसे टैक्सी पर चलाने लगे !

मगर भाग्य की विडंबना देखो की भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू की टैक्सी में कोई एक भी ग्राहक नहीं बैठा!

आखिरकार, झक मर कर एक हफ्ते टैक्सी सड़क पर चलाने के बाद, भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू फिर से बब्बन पर पहुंचे, और बब्बन को उसकी बे-सिर-पैर की सलाह देने के लिए लानतें दीं!

बब्बन ने उनकी बात खून का घूँट पीकर चुपचाप सुनी, और पूंछा की, टैक्सी कौन चलाता था, तो भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू ने घुर्राते हुए कहा की, हमारी टैक्सी, हम चलाते थे और कौन चलाता था! भोलू चलाता था,  भीखू उसके बगल में बैठता था, बुद्धू और किट्टू पीछे की सीट पर बैठते थे!

उनकी बात सुन कर बब्बन ने अपना सिर पीटते हुए कहा की ‘ बज्र-मूर्खों, जब तुम चारों ही टैक्सी में बैठ जाओगे,  तो कहाँ पर ग्राहक को बैठोगे? तुम चारों महा-मूर्ख हो, तुम से कोई काम नहीं हो सकता, तुम ये टैक्सी ले जा कर दरिया में फेंक दो!

भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू, बब्बन की बात मान कर टैक्सी को दरिया में धकेलने लगे!

मगर फिर से भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू के फूटे भाग्य देखो की लाख धक्का लगाने पर भी टैक्सी दरिया में नहीं गिरी! क्यों??????

क्योंकि भोलू और भीखू, टैक्सी में पीछे से धक्का लगा रहे थे, और बुद्धू और किट्टू टैक्सी के आगे से धक्का लगा रहे थे !!

इसे भी पढ़े

नजर से नजर को नज़रों ही नज़रों में सलाम आ रहे हैं

मुखोटा

Spread The Love With Share

अजब गजब उलझन

अरे एक बड़ी अजब-गजब उलझन आन पड़ी है हुआ यूं की बंटी, बबली, दीपू और लवली, ट्रेन से टिम्बकटू जा […]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!