नारी की ‘दयनीय स्थिति’ पर भाषण देने वाले,
रात होते ही “गरम गोश्त” तलाशा करते हैं…
“भ्रूण हत्या पाप है” का यह नारा लगाने वाले,
‘मादा की आहट गर्भ’ में सुन कर उसे गिरवाया करते हैं…
“ईव टीसिंग” पर मुहीम चलाने वाले…
नेट पर “कूल ड्यूड” बन कर लड़कियों को सताया करते हैं…
छोड़ते नहीं हैं अपने “पनाहगारों” को यह काले चेहरे वाले,
उन पर भी अपनी बुरी नजर का साया डाला करते हैं…
अपने काले चेहरे के ऊपर यह नया मुखोटा लगाने वाले
अपनी सुविधा से हर बार एक नया मुखोटा लगाया करते हैं…
इसमें अपवाद नहीं हैं आप और मैं,
शायद हम भी यही मुखोटा लगाया करते हैं…