मुखोटा – नारी की ‘दयनीय स्थिति’

नारी की ‘दयनीय स्थिति’ पर भाषण देने वाले, रात होते ही “गरम गोश्त” तलाशा करते हैं… “भ्रूण हत्या पाप है” […]

चार बावले – भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू !

एक शहर में चार दोस्त रहते थे, भोलू, भीखू, बुद्धू और किट्टू ! चारों दोस्त कोई ऐसा काम करना चाहते […]

नजर से नजर को नज़रों ही नज़रों में सलाम आ रहे हैं

नजर से नजर को नज़रों ही नज़रों में सलाम आ रहे हैं, मगर क्या करें हम, हम पर तो बेवफा […]

इंसानों की भीड़ में फरिश्ते से इंसान

मैंने अपनी जिंदगी में बहुत से दरमियाँ देखे हैं, अहसानफरोश न जाने कितने इंसान देखे हैं, मुर्दों के कफ़न चुराते […]

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